
बोकारो : जरीडीह अंचल क्षेत्र के तांतरी दक्षिणी के तुपकाडीह में माँ सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल संचालक द्वारा अवैध तरीके से डीपीएलआर की एकड़ों जमीन को घेरने को लेकर तांतरी दक्षिणी पूर्व मुखिया सह भाजपा नेत्री टीना सिंह ने प्रेसवार्ता कर जिला प्रशासन से उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि तांतरी मौजा स्थित मॉ सरस्वती विद्या मन्दिर तुपकाडीह के नाम पर तांतरी दक्षिणी मुखिया शांति देवी व प्राचार्य कामदेव महतो ने डीपीएलआर की लगभग 2 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया है तथा जमीन पर अतिक्रमण करके अवैध रूप से कुछ कमरों का निर्माण कराया है। जिसको लेकर मैंने व ग्रामीणों ने मौखिक एवं लिखित रूप से कई विभागों में शिकायत की है। परंतु इस मामले को लेकर डीपीएलआर प्रबंधक द्वारा करवाई को लेकर कोई पहल नही की गई है। बतादे की जरीडीह अंचल के अंतर्गत तांतरी दक्षिणी मौजा के तुपकाडीह में डीपीएलआर बोकारो की जमीन पर अवैध ढंग से कब्जा कर माँ सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल संचालित करने का मामला गहराता जा रहा है। इधर पूर्व मुखिया टीना सिंह ने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई सूचना के आलोक में जिला भू अर्जन पदाधिकारी ने भी स्पष्ट किया है कि तांतरी मौजा में निजी स्कूल संचालन के लिए जमीन आवंटित नहीं की गई है। अब डीपीएलआर की जमीन पर अवैध ढंग से कब्जा कर स्कूल संचालन करने के मामले पर डीपीएलआर जल्द कार्रवाई शुरू करे साथ ही शिक्षा विभाग भी स्कूल संचालन पर उठ रहे सवाल पर कार्रवाई करे। अन्यथा डीपीएलआर व शिक्षा विभाग की चुप्पी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की शंखनाद की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम स्कूल के संचालन का विरोध नहीं करते है लेकिन स्कूल संचालन में स्कूल प्रबंधन की मनमानी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि पंचायत के तिलेश्वर महतो नाम का एक व्यक्ति ने पंचायत के एक सामुदायिक भवन को अवैध ढंग से कब्जा कर रखा है जिसका डीपीएलआर के जमीन के संदर्भ में भू अर्जन पदाधिकारी के द्वारा सूचना अधिकार के तहत जवाब में तिलेश्वर महतो को जमीन आवंटित नही करने की बात को स्पष्ट किया है विभाग के द्वारा उन्हें भी किसी तरह का जमीन आवंटित नहीं की गई है। वही पूर्व मुखिया टीना सिंह ने डीपीएलआर की जमीन पर अवैध कब्जा कर निजी स्कूल चलाने के मामले पर कारवाई नही होने पर डीपीएलआर प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन करने की बात कही। इधर मामले को माँ सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य कामदेव महतो ने बताया कि उक्त जमीन रैयती जमीन है जिसे खरीद कर स्कूल का संचालन किया हैं।